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एक्ज़ीमा एक त्वचा सम्बंधित रोग है, जो की सामान्य रूप से शरीर के रूखेपन खुजली, चकता वा कई अन्य कारणों के कारण होता है.यह समस्या लोगो को मानसिक वा शारीरिक रूप से परेशान करती है,एक्ज़ीमा के कई प्रकार होते है, जो आज हम इस आर्टिकल के जरिये जानेंगे 






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 एक्ज़ीमा के प्रकार | What are the different types of eczema?

एक्ज़ीमा कई प्रकार का हो सकता है, जिनमें सबसे सामान्य रूप से अटोपिक डर्मेटाइटिस, कंटैक्ट डर्मेटाइटिस, और सीबोर्रेक डर्मेटाइटिस शामिल हैं। अटोपिक डर्मेटाइटिस बच्चों और वयस्कों में सबसे आम होता है, जबकि कंटैक्ट डर्मेटाइटिस त्वचा के किसी आप्रदोषिक पदार्थ से संपर्क करने पर होता है। सीबोर्रेक डर्मेटाइटिस मुख्य रूप से सिर, चेहरा, और शरीर के अन्य हिस्सों पर होता है, और इसमें त्वचा की मोटाई और चिपचिपापन की समस्या होती है।

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अटोपिक डर्मेटाइटिस: एक्ज़ीमा मे (अटोपिक डर्मेटाइटिस) सबसे सामन्य समस्या है,इसकी शुरुवात अक्सर सिसु अवस्था वा बचपन मे हो जाती है,इसमें सूजन वा हाथो, चेहरों, कोहनी वा घुटनो मे सूजन होती है, इस समस्या को जटिल होने के कई कारण हो सकते है, जिनमे से कुछ कारण अनुवानसिक वा प्रयावरण सम्बंधित हो सकते है.

कंटैक्ट डर्मेटाइटिस: या समस्या तब होता है, जब आप डायरेक्ट किसी संपर्क मे आते है,जैसे - त्वचा किसी एलर्जी के सीधे सम्पर्क मे आती है वा इसके अलावा आप किसी ऐसे वस्तु का इस्तेमाल कर रहे है, जिसके आप को एलर्जी हो रही है, जैसे साबुन डिटर्जेंट पाउडर वा सौंदर्य प्रसाधन इत्यादि  कंटैक्ट डर्मेटाइटिस होने पर आपको लालिमा खुजली वा कभी लाभ छाले भी पड़ सकते है.

सीबोर्रेक डर्मेटाइटिस: यह एक्ज़ीमा एक विशेष प्रकार का है, जो सीधे रूप से तेल ग्रंथियो से समृद्धि छेत्रो को प्रभावित करता है,जैसे खोपड़ी , छाती, चेहरा, यह एक्ज़ीमा लाल चक्कतीदार, खुजलीदार धब्बो के रूप मे निकलता है.

न्यूम्यूलर डर्मेटाइटिस: यह त्वचा के चोटो के बाद होता है,जैसे की कीड़े काटने वा जलने के बाद, यह अक्सर शुस्क खुजलीदार वा पापड़ीदार घवो के साथ आता है,यह विशेष रूप से बाहो पेरो वा धड पर होता है.

डिशिड्रोटिक एक्जिमा: इस प्रकार के एक्ज़ीमा हथेलियो ऊँगली वा पैर के तलवो को प्रभावित करता है,यह अकसर तब होता की जब व्यक्ति अधिक तनाव लेता है वा इसके अलावा वह किसी ऐसे वस्तु के संपर्क मे आता है, जिससे उनको एलर्जी होती है.

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एक्ज़ीमा होने के लक्षण | Eczema symptoms in hindi 

एक्ज़ीमा होने के लक्षण भिन्न है, ये हर एक प्रकार के ऊपर निर्भर करता है,लेकिन सामन्य रूप से निम्नलिखित है.

•खुजली - त्वचा पर खुजली होना लगातार, लाल रंग के चकत्ते पड़ना वा दाने होना 

•छाले - त्वचा पर छाले बनना  खुजली होना वा सुखापन से भरा होना भी हो सकता है.

•चिपचिपापन - त्वचा पर चिपचिपान के अनियमित होना 

यह लक्षण व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, एक्ज़ीमा के प्रकार, और विशेष प्रकृति पर निर्भर करता है । यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी अनुभव हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

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एक्ज़ीमा किसे प्रभावित करता है?

एक्ज़ीमा बच्चों से लेकर बड़ो तक किसी को भी अपने प्रभाव मे ला सकता है, ये उन व्यक्तियों के Gentics वा कोई लम्बे समय से चल रही बीमारी कारण हो सकती है.वा यदि आपका कोई पारिवारिक इतिहास हो तो ऐसे आपको और सावधानी बर्तनी पड़ेगी 

एक्ज़ीमा शुरू होने का क्या कारण है?

एक्ज़ीमा होने का पहला लक्षण खुजली शुष्क त्वचा और दाने पड़ना है.ये आपको अपने आने का परिचय देती है, वह बताती है, की आप वातावरण मे हमारे संपर्क मे आ गये हो , अत: ऐसे मे आपको अपना त्वचा की देखभाल करनी होंगी.

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एक्ज़ीमा का उपचार | Eczema treatment tips in hindi 

एक्ज़ीमा का उपचार करने के लिये आप निम्नलिखित कदमो को अपना सकते है.

• अपने त्वचा मे नमी बनाये रखे रूखे मौसम मे क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें 

•डॉक्टर के सलाह के अनुसार आप एक्ज़ीमा के इलाज मे cortisteroid and antihistamine दवाओं का सेवन कर सकते है.

•डॉक्टर द्वारा निर्धारित टॉपिकल क्रीम का इस्तेमाल करें 

•खुजली रोधक लोशन menthol वा ओटीसी दवाए calamine लोशन वा स्टेरोइड युक्त क्रीम का इस्तेमाल करें 

•खुजली के लिये Diphenydramine गोली ले रूप मे सेवन कर सकते है. लेकिन इस दवाई से नींद आती है, ऐसे मे अगर आप ड्राइव कर रहे हो तो इस दवाई के सेवन से परहेज करें 

•इसके अलवा आप कुछ घरेलू उपचार का भी सहायता ले सकते है.

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एक्ज़ीमा के घरेलु उपचार | Eczema home remedies in hindi -

एक्ज़ीमा के लिये घरेलु उपचार का सहायता लेना आपके लिये आसान वा जटिल हो सकता है, एक्ज़ीमा को ठीक होने मे काफ़ी समय लगता है, इसको ठीक होने से आसान है नियंत्रित करना, नियंत्रित करने आप को उन वस्तुवो से बचना होगा जिससे आपको एलर्जी है.

° अगर आपको किसी डिटर्जेंट पाउडर से एलर्जी हो रही हो तो आप ऐसे मे अपने पाउडर को बदले 

°बहुत ज्यादा गर्म पानी से ना नहाये 

°खुजली वा चिपचिपापन को कम करने के लिये नरम वा कॉटन के कपड़ो का इस्तेमाल करें 

°गर्म पानी मे oatmeal डालकर अस्नान करें 

•कोकोनट आयल से त्वचा को moist करें 

एक्ज़ीमा होने पर बचाव -

•एलर्जी होने वाले वस्तु से बचाव करें जैसे धूप धुल,या दूषित पानी का संपर्क 

•टाइट कपड़ो से बचे नरम वा ढीले कपडे पहने 

•एलर्जी होने वाले खाद्य पढ़ार्थो से परहेज करें, साफ वा पोष्टीक आहार का सेवन करें 

•तनाव लेना कम करें क्युकी तनाव लेने से एक्ज़ीमा और बढ़ता है.

• अगर आप कोई तनाव पूर्ण जॉब कर रहे हो तो ऐसे मे अपने वातावरण को बदले और तनाव लेना कम करें इससे आपको काफ़ी आराम मिलेगा 

एक्ज़ीमा के बारे मे लोगो द्वारा पूछे गये कुछ सवाल?

प्रश्न - एक्ज़ीमा के दाने देखने मे कैसा दिखता है.

उत्तर - एक्ज़ीमा के दाने हर व्यक्ति के उपर अलग प्रकार के होते है अत: ये देखने मे अलग दिखते जस किसी मे भूरा वी किसी मे बैगनी हो सकते है.

•शरीर मे एक्ज़ीमा के लक्षण कहा पर दिखाई देते है?

एक्ज़ीमा के लक्षण आपके शरीर मे कही पर भी हो सकते है, लेकिन सामान्य रूप से ये आपके निम्नलिखित अँगूर पर ज्यादातर दिखाई देते है.

•गर्दन 

•हाथ 

•कोहनी, घुटनो, पैर 

•चेहरे पर 

•कान और उसके आस पास की जगह 

•होंठ 

•निप्पल, स्तन, वा गुप्त अंगों के आस पास 

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•क्या एक्ज़ीमा मे दर्द होता है?

एक्ज़ीमा मे दर्द नहीं होता है, इसमें सिर्फ जलन वा खुजली की समस्या होती है, इसमें दर्द तभी होता जब उस जगह पर जख्म कर देते है,ऐसे मे अगर आप को खुजली वा जलन ज्यादा हो रहा है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें वा उस जगह पर टॉपिकल क्रीम लगाए 

•एक्ज़ीमा होने पर कैसा जीवनशैली होना चाहिए | Your lifestyle for eczema treatment?

आपको अपने रहन सहन मे बदलाव करना होगा जैसे - नियमित रूप से सही समय पर पोष्टीक भोजन करें 

•ज्यादा तला वा बाहर के खाने से परहेज करें 

•बिना भोजन पचे कुछ ना खाएं, आप को जब भूख लगे तभी खाना खाएं?

•अत्यधिक गुस्सा ना करें,अपने आप पर सयम बनाये रखे स्ट्रेस से दूरी बनाये

•एक्ज़ीमा होने का कारण?

एक्ज़ीमा होने का कोई एक कारण नहीं है,एक्ज़ीमा होने के कारण कारण होते है, उनमे से कुछ कारणों के बारे मे आज हम इस आर्टिकल के जरिये जानेंगे 

इम्युनिटी - यदि आपकी इम्युनिटी वीक है, तो ऐसे मे आपके वातावरण मे मौजूद बैक्टीरिया, के संपर्क मे आके आप एलर्जी के शिकार हो सकते है औरो के तुलना मे जिनकी इम्युनिटी मजबूत है.


परिवार का इतिहास - यदि आपके के घर मे पहले से किसी की मेडिकल इतिहास है एक्ज़ीमा का तो आपको एक्ज़ीमा होने का खतरा बढ़ जाता है, इसके अलावा यदि आपको अस्थमा वा एलर्जी की समस्या है, तो भी आपको एक्ज़ीमा होने की अधिक सम्भावना हो

 सकती है.अत: ऐसे मे आपको ज्यादा सावधान होना होगा औरो के मुकाबले 

वातावरण -एक्ज़ीमा होने के एक मुख्य कारण है,आपका वातावरण आप किस जगह रहते हो, वहा का पानी कैसा है, पोल्लुशन फ्री है नहीं जैसे धुँवा, वायु प्रदुषक दूषित जल,वायु (शुष्क हवा ) होने के कारण आपकी त्वचा शुस्क वा खुजलीदार हो सकती है.अधिक गर्मि के कारण पसीना इससे आपको समस्या और बढ़ जाती है, वा आपकी खुजली बढा जाती है.

चिंता (Stress) Anixety - आपका मानसिक चिंतन सिर्फ आपके दिमाग़ पर नहीं बल्कि पूरी शरीर पर असर पड़ता है,ज्यादा चिंता stress लेने से ये आपको मानसिक रूप से कमजोर तो करता ही है, लेकिन इसके अलावा ये एक्ज़ीमा को भड़का देता है, जिससे उसके लक्षण बार बार उभर आते है.

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एक्ज़ीमा ठीक होने मे कितना समय लगता है?

एक्ज़ीमा आजीवन रहने वाली समस्या है, इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है,यह बचपन से शुरुवात होता है, व्यस्क होने तक रहता है.आप इसके लक्षण को कण्ट्रोल मे रख सकता दवाओं वा कुछ घरेलु उपचार द्वारा कर सकते है 

क्या  एक्ज़ीमा को जड़ से ठीक किया जा सकता है?

जी नहीं एक्ज़ीमा का कोई 100% उपचार उपलब्ध नहीं है.सिर्फ इसके लक्षणों पर काबू किया हा सकता है, क्युकी ये ठीक होने के बाद इसके लक्षण दुबारा वापस आ सकते है.

क्या मौसम मे एक्ज़ीमा मे ज्यादा परेशानी होती है?

जी हा गर्मियों के मौसम मे हमें ज्यादा मात्रा मे पसीना होता है, जो की खुजली को भड़का देता है, जिसके चलते हमारी दैनिक दिनचर्या पर काफ़ी फर्क पड़ता है.

एक्ज़ीमा मे डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

•एक्ज़ीमा के लक्षण होने पर अपने डॉक्टर से सलाह ले 

•यदि एक्ज़ीमा संकर्मित हो जाता है आपको बुखार वा दर्द का अनुभव होता है, तो ऐसे बिना देर किये अपने डॉक्टर से सलाह ले 

एक्ज़ीमा का सबसे अच्छा कौन सा दवा है?

हाइड्रोकार्टिसोन स्टेरॉयड से बने ये उपचार खुजली से तुरंत राहत दिला सकते हैं और सूजन को कम कर सकते हैं, 

एक्ज़ीमा रोग किसकी कमी के कारण होता है?

एक्ज़ीमा होने का कोई एक कारण नहीं इसके कई कारण है, जैसे पर्यावरण, खानपान, और वा आपकी त्वचा की संरचना पर निर्भर करता है 

एक्ज़ीमा मे कौन सा तेल लगाना चाहिए? 

नारियल तेल उत्तम रहेगा एक्ज़ीमा के इलाज के लिये 

एक्ज़ीमा मे क्या खाएं और क्या नहीं खाएं | Diet plan  during eczema in hindi -

क्या खाएं - 

अनाज - गेहूं 

दाल - मूंग अरहर वा अन्य 

हर साग सब्जियाँ का सेवन काफ़ी लाभदायक रहेगा 

क्या नहीं खाना चाहिए?

एक्ज़ीमा से ग्रस्त लोगो को निम्लिखित चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए?

अनाज - मैदा 

दाल - देसी चने, काला चना वा काबुली चना से परहेज करें 

ज्यादा मसालेदार वा जलन पैदा करने वाले खाने खाने से बचे परहेज करें

Disclaimer - Healthidea ब्लॉग मे आपका स्वागत है, आज हम इस आर्टिकल के जरिये जाने एक्ज़ीमा के प्रकार कारण वा उपचार के बारे मे, इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ आपको जानकारी प्रदान करना था अत: ऐसे मे किसी भी प्रकार के दवा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले 









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