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मार्च, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भुने हुवे चने खाने क़े 8 बेहतरीन फायदे और खाने का मात्रा /Roasted chana benefits in hindi | bhuna huwa chana khane ke fayde in hindi

  आप सभी ने कभी ना कभी भुने हुवे चने का सेवन अवस्य किया होगा यदि आप भुने हुवे चने सिर्फ स्नैक्स क़े तौर पर कभी कभी  खाते हो तोह इसका सेवन रोजाना करना चालू कर दे शायद आपको भुने हुवे चने क़े बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ क़े बारे मे ना पता हो तोह वह हम आज आपको बताते है.  भुने हुवे चने को गरीबो का बादाम भी कहा जाता है, इसमें प्रचुर मात्रा मे आयरन,  कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, और विटामिन की मात्रा पायी जाती है, तोह भुने हुवे चने देखकर आपके मैन मे यह सवाल जरूर आया होगा की एक स्वस्थ व्यक्ति को भुने हुवे चने का कितना सेवन करना चाहिए और इसके क्या -फायदे है,  भुने हुवे चना खाने क़े फायदे /Roasted chana benefits in hindi - •भुने हुवे चना खाने क़े कई फायदे है, जो निम्न प्रकार है.  चना भारत मे खाने वाले सबसे लोकप्रिय आहार मे से एक है, जिस चने की हम बात कर रहे वह काला चना भूरा चना काबुली चना क़े रूप मे जाना जाता है, इसमें से काबुली चने का ज्यादातर उपयोग छोले बनाने क़े लिए किया जाता, बाकि क़े चने को लोग स्नैक्स क़े रूप मे भी सेवन करते है, काफ़ी लोग चने को भिगो कर और भुने हुवे चने क...

तुलसी क़े फायदे उपयोग वा औषधीय गुड़ और क्या आपको पता है की तुलसी का बीज आपका वजन घटाने मे काफ़ी फायदेमंद है /holy basil and basil seeds benefits in hindi

  आयुर्वेद क़े अनुसार हर पौधे मे कोई ना कोई औषधीय गुड़ होते, जो की मानव जीवन मे काफ़ी उपयोगी है, लेकिन अगर यह बात तुलसी की करे तोह ऐसे मे भारत मे तुलसी को  तुसली माँ कहा जाता है, कोई मंगल कार्यक्र्म हो वहा पर तुसली का उपयोग अवश्य होता है.  तुलसी को (queen of herbs ) क़े नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद मे तुलसी  क़े कई फायदे है, अगर बात करे तुलसी क़े फायदे क़े बारे मे तोह जितना तुलसी क़े पाते फायदेमंद होते है, उतना ही तुलसी क़े बीज भी होते है, आज हम तुलसी और तुलसी क़े बीज क़े औषधीय गुड़ और उसके फायदे क़े बारे मे जानेगे  •तुलसी क्या है? What is tulsi in hindi - तुलसी एक प्रकार का औषधीय पौधा है, इसमें विटामिन और खनिज की मात्रा प्रचुर रूप मे पायी जाती है, समान्यतया यह पौधा 30-60 सेमी तक होता है, इसके कई प्रजातियां पायी जाती हैँ, जिसमे श्वेत वा कृष्ण प्रमुख है, इन्हे राम तुलसी और कृष्णा तुलसी भी कहा जाता है,  इसके फूल छोटे सफ़ेद और बैगनी रंग क़े होते है,  तुलसी क़े धार्मिक महत्त्व क़े कारण इसका पौधा आँगन मे लगाया जाता है, तुलसी का आयुर्वेद मे बहुत महत्व है, क्युकी यह कई रो...

Crona virus vaccine covishield latest update covishield vaccine use's and Covieshield vaccine side-effect in hindi /कोविशील्ड वैक्सीन क्या है और इसके क्या नुकसान है

  Covishield vacine new guidelines  देश मे वैक्सीन लगना 16 जनवरी से चालू हो गया था, covishield vaccine को लेकर केंद्र सरकार ने दूसरा डोज़ देने क़े लिए नया नियम बनाया है. covieshield वैक्सीन क़े दूसरे डोज़ का समय अंतराल NTAGI और    NEGVAC क़े सलाह से टीके का दूसरा डोज़ का समय 6-8 सप्ताह का अंतराल मे देने का कहा  है.   covishield vaccine dose /क्रोना वायरस वैक्सीन देने का समय अंतराल - नई दिल्ली केंद्र सरकार ने covishield क़े दूसरे खुराक क़े समय मे संसोधन किया है, केंद्र ने सभी केंद्रशासित राज्यों और राज्यों को covishield vaccine को लेकर एक नया नियम बनया है, covishield ki, vaccine डोज़ 4-8 सप्ताह क़े बीच देने को कहा है,  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा की उभरते वैज्ञानिको  क़े साक्ष्यों क़े मद्देनज़र Covid-19 टिका यानि covishield टीका क़े दो खुराक क़े बीच समय अंतराल राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ने समूह (NTAGI)और उसके बाद (NEGVAC) गी द्वारा उनके 20 वे बैठक मे अपडेट किया गया है.  Covieshield वैक्सीन कहा पर बन रही है?  covishield वैक्सीन  ...

दांत मे कीड़े लगने क़े कारण लक्षण और इलाज वा दांत मे कीड़े लगने क़े घरेलू उपचार/Dental tooth Cavity treatment and home ramadies in hindi

  दांत मे कीड़े लगने का कारण लक्षण और घरेलू उपचार / Symptoms and treatment due to teeth worm (Cavity) आज का समय मे 10-7 लोंगो को दांत से जुडी कोई ना कोई समस्या है, इनमे से ज्यादातर लोंगो को दांत मे कीड़े (Cavity)  लगने की समस्या है, दांत मे कीड़े लगने क़े अर्थ यह है, की जब दांत की ऊपरी कड़क सतह नस्ट हो जाती है, और उसमे कई सारे छिद्र हो जाते है, इसी अवस्था को दांत मे कीड़े लगना (cavity) या सड़न कहते है, वैसे मे यह कोई गंभीर समस्या नहीं है, इसका नार्मल रूप से घरेलू उपाए क़े द्वारा इलाज कर सकते है, लेकिन अवर (Cavity) सड़न ज्यादा फ़ैल गया है, तोह वैसे मे दांत क़े डॉक्टर (Dentist ) क़े पास जाये और उनसे सलाह ले (Dentist) दांत क़े डॉक्टर सड़न लगे हुवे दांत का तीन प्रकार से इलाज करते है.   1) - अगर दांत मे अगर थोड़ा सा ख़राब हुवा हो, तोह ऐसे मे दांत को साफ करके उसमे मसाला भरकर इलाज किया जाता है, इस इलाज मे खर्च 500-1200 रूपये तक आता है, इसका खर्च स्थान और सर्जन क़े एक्सपीरियंस क़े ऊपर निर्भर करता है.  2)- दांत का सड़न जब रुट पर पहुंच गया हो तोह ऐसे मे इसका इलाज है, दांत का रुट कैनाल करके उस पर...

गले क़े संक्रमण खरास वा गले क़े दर्द का घरेलू उपचार /Throat infection treatment in hindi

  गले मे खरास होना दर्द होने क़े कारण, लक्षण, और घरेलू उपचार - गले मे संक्रमण होना यह एक आम बीमारी है, बदलते मौसम मे अगर अपने ऊपर ध्यान ना दिया जाये तोह ऐसे मे गले दर्द और खरास  सर्दी जुखाम जैसे समस्या हो जाती है, ऐसे मे व्यक्ति को कुछ भी खाया हुवा निगलने मे कठनाई होती है, आज हम इस लेख मे गले मे खरास और दर्द होने क़े क्या कारण है, और यह क्या है वा इसके उपचार क़े बारे मे जानेगे  गले का संक्रमण क्या है? what is throat infection in hindi  गले का संक्रमण होने वाली ऊपर स्वसन तंत्र मे होने वाली एक समस्या है, गले का संक्रमण दूषित जल का सेवन करना या प्रदूषित वातावरण मे सांस लेने या दूषित भोजन क़े सेवन क़े कारण या होता है, आयुर्वेद मे इसका कारण है, वात और पित का दूषित होना बताया गया है.  गले मे संक्रमण क़े लक्षण/throat infection symptoms in hindi गले क़े संक्रमण क़े यह लक्षण है - •गले मे दर्द होना या खरास होना  •टॉन्सिल मे सूजन होना  •खाया हुवा निगलने मे कठनाई होना  •खासी होना  °गले मे लगातार सूजन आना  •आवाज का बैठना...... आदि कारण है.  गले मे संक्र...

पतंजलि दिव्य गंगाधर चूर्ण क़े फायदे नुकसान, खुराक और सेवन बिधि /Gangadhar churan review in hindi

  पतंजलि गंगाधर चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है, इसका उपयोग खासकर दस्त मे किया जाता है, पतंजलि गंगाधर चूर्ण क़े अंदर  एंटीडाइरियल, जीवाणुरोधी और डिटॉक्सिफिकेशन गुड़ पाये जाते है, पतंजलि गंगाधर चूर्ण का सेवन करने से शरीर क़े विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है, गंगाधर चूर्ण कई और भी लाभ है, जो हम इस आर्टिकल मे जानेगे  पतंजलि गंगाधर चूर्ण क़े फायदे /Patnjali gangadhar churan benefits in hindi  • पतंजलि गंगाधर चूर्ण का सेवन करने से दस्त आना बंद होता है, और यह पेचिस मे भी लाभदायक है.  •पतंजलि गंगाधर चूर्ण का सेवन करने से पाचन शाक्ति मजबूत होती जो और भूख लगने मे सुधार लाता है.  •पतंजलि गंगाधर चूर्ण का सेवन करने से शरीर से बिषाक पदार्थ बाहर निकल जाते है.  पतंजलि दिव्य गंगाधर चूर्ण सेवन बिधि (खुराक )और मात्रा /Dosage of patanjali divya gangadhar churan in hindi - •पतंजलि दिव्य गंगाधर चूर्ण का सेवन एक चमच तकरीबन 3 ग्राम दिन मे दो बार सेवन करे  •पतंजलि दिव्य गंगाधर का सेवन छाछ या पानी क़े साथ कर सकते है.  •पतंजलि दिव्य गंगाधर चूर्ण का सेवन खाली पेट भोजन से पहले क...

मुँह क़े छालो का लक्षण कारण निदान और उपचार /Mouth ulcer homeramadies treatment in hindi

मुँह क़े छालो का होना वैसे तोह आम समस्या है,मुँह का छाला हर एक व्यक्ति को अपनी उम्र मे कभी ना कभी होता है, मुँह का छाला होने पर घबराने की आवस्यकता नहीं है, इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है,  लेकिन हर छाला मुँह का छाला नहीं होता है, वह कैंसर होने का लक्षण भी हो सकता है, ऐसे मे इसका तुरंत उपचार करना बहुत आवस्यक हो जाता है, sabkasehat आज इसी बात पर चर्चा करेगा  मुँह क़े छाले का लक्षण /Mouth ulcer symptoms  • मुँह का छाले होने पर खाने पीने मे कठनाई होती है, कुछ खाने और निगलने मे तकलीफ होती है.  •मुँह क़े छाले होने पर लालिमा जैसे घाव  नजर आने लगते है.  •छाले ज्यादा बढ़ने पर मुँह पर सूजन भी आ जाता है.  मुँह क़े छाले होने का कारण /Mouth ulcer causes  •मुँह क़े छाले होने का कोई एक कारण नहीं, कभी कभार पेट की गर्मी बढ़ने क़े कारण भी मुँह क़े छाले हो जाते है.  • ज्यादा बाहर का भोजन करना ज्यादा तला हुवे चीजों का सेवन करने से  पाचनक्रिया बिगड़ जाती है, जिस क़े कारण भी मुँह क़े छाले हो जाते है.  •अधिक दवा का सेवन करने से भी मुह क़े छाले हो जाते है, अधिक एलो...

चन्द्रप्रभा वटी क़े फायदे, नुकसान, और खुराक वा सेवन बिधि /chandraprabha vati uses and benefits in hindi

  आज क़े समय का भाग दौड़ अपने भोजन  और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान ना दे पाने से आयी कमजोरी और भी कई प्रकार की समस्या का समाधान है, एक औषधि चन्द्रप्रभा वटी यह औषधि आपको बाजार मे कई नाम से मिल जायेगा चन्द्रप्रभा वटी, चद्रप्रभा गुटिका चन्द्रप्रभा ... आदि नमो से मिल जायेगा इस लेख आज इसी बिषय पर चर्चा करते है.    चन्द्रप्रभा वटी क़े फायदे और नुकसान /chandraprabha vai benefits and side-effect - चन्द्रप्रभा वटी का निर्माण कई सारी आयुर्वेदिक कंपनी करती है, जैसी - पतंजलि बैद्यनाथ झंडू धन्वन्तरि धूतपापेश्वर... आदि  करते है, इस लेख मे आज हम चन्द्रप्रभा वटी क़े फायदे, नुकसान, खुराक, सेवन बिधि, क़े बारे मे बिस्तार से हिन्दी मे जानेगे  चन्द्रप्रभा वटी क्या है,  चन्द्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है, इसका निर्माण प्राकिर्तिक जड़ी बूटियों से किया जाता है, इसके काम क़े अनुसार ही इसका नाम रखा गया है, चंद्र +प्रभा  अर्थात जो चंद्र क़े सामान चमक और ऊर्जा हो उसे चन्द्रप्रभा कहते है,चन्द्रप्रभा वटी का उपयोग मूत्र, अग्नाशय, थाइरोइड ग्रथि, कब्ज, हडियो क़े जोड़,....आदि  महिलाओं क...

दाद खाज खुजली का घरेलू उपचार वा आयुर्वेदिक दवा /Ringworm home ramadies and ayurvedic medicine

  दाद खाज खुजली का घरेलू उपचार वा आयुर्वेदिक दवा /Ring worm home ramadies and ayurvedic medicine- sabkasehat क़े इस आर्टिकल क़े द्वारा जानेगे की दाद क्या है, और इसके लक्षण क्या है, वा  इसका घरेलू उपचार और रोकथाम क़े बारे मे - दाद क्या है?What is ringworm?  दाद एक प्रकार का फंगल इन्फेक्शन है, जो त्वचा क़े ऊपरी सतह पर होता है,यह त्वचा पर गोले लाल चकत्ते क़े रूप मे होता है,  यह एक व्यक्ति से दूसरी व्यक्ति मे बड़े आसानी से फ़ैल जाता है, दाद एक से दूसरे व्यक्ति मे उसके इस्तेमाल किये कपडे तौलिया और रुमाल क़े जरिये भी पहुंच जाता है, दाद कई रूपों मे शरीर मे फैलता है.  दाद होता क्यों है/ दाद होने का मुख्य कारण है, ठीक से साफ सफाई ना करना (hygine) का पालन ना करना और जिसको पहले से दाद का इन्फेक्शन है, उसके चीजों का इस्तेमाल करना जैसी तौलिये कपडे आदि.. और इसके फैलने का कारण है, एक अस्थान पर आपको दाद हुवा है, उसको छू करके दूसरी जगह पर छूना इससे फंगल फैलता है.  दाद क़े प्रकार /types of ringworm  1• खोपड़ी का दाद - इस प्रकार क़े दाद सिर क़े जड़ो मे होते है, जो एक प्रकार से फुफूदी...

ताम्बे क़े वर्तन मे पानी पीने क़े 18 बेहतरीन फायदे जरूर जाने

  ताम्बे क़े वर्तन क़े फायदे  आज ऐसा समय आ गया की लोग जैसे ताम्बा गिलट और लोहे क़े वर्तन का उपयोग करना बिलकुल भूल गए है, आज क़े समय मे सब लोग अल्मुनियम क़े वर्तन का ज्यादा उपयोग करने लगे है, जो की स्वास्थ्य क़े लिए बहुत हानिकारक है, प्राचीन समय क़े लोग अक्सर ताम्बे क़े वर्तन का उपयोग ज्यादा किया करते थे, जिसकेकारण उन्हें कोई बीमारी जल्दी नहीं होती थी आपने कभी ना कभी अपने बड़ो से ताम्बे मे पानी पीने क़े फायदे क़े बारे मे सुना होगा तोह आज हम इस आर्टिकल मे ताम्बे क़े वर्तन मे पानी पीने क़े फायदे क़े बारे मे जानेगे  •ताम्बे क़े वर्तन क़े पानी पीने क़े बेहतरीन फायदे क़ेिये ताम्बे क़े वर्तन मे पानी रात को सोते समय रख दे और सुबह उठ कर उस पानी को घूट घूट करके पिए कम से आधा लीटर पानी का सेवन जरूर करे और धीरे धीरे इसकी मात्र बढ़ाये  • ताम्बे क़े वर्तन का पानी 12 घंटे बाद पीने योग्य नहीं रहता है, यह कसेला हो जाता है, इसलिए ताम्बे क़े वर्तन क़े पानी का सेवन 12 घंटे से पहले करे  ताम्बे क़े वर्तन क़े फायदे -  1•ताम्बे क़े वर्तन मे पानी रखने से ताम्बे क़े सारे गुड़ पानी मे आ जाते है.  2•ताम्बे ...

Himalaya pilex tablet benefits in hindi /himalaya pilex tablet क़े फायदे और कैसे खाये?

Himalaya Pilex tablet benefits in hindi आज ऐसा समय आ गया है, की लोग किसी ना किसी बीमारी से ग्रसित है, इनमे से मुख्य समस्या जो है वह है, पेट सम्बंधित पाचन सम्बंधित समस्या इसका कारण है, अपने खान पान पर ध्यान ना देना जिसके कारण पचम सम्बन्धी विकार कब्ज गैस पेट साफ ना होना  जैसे समस्या होने लगती है, जिसके कारण बवासीर (Piles) जैसे रोग से ग्रसित हो जाते है,  बवासीर (piles)का घरेलू इलाज आयुर्वेद मे himalaya herbal ने Pilex, tablet का निर्माण किया है, आये जानते है, Pilex tablet कैसे सेवन करे और इसके क्या फायदे है.  Himalaya Pilex tablets Ingrediants (Contains) /हिमालया पीलेक्स टेबलेट सामग्री - •दारुहरिद्रा (Berberis aristata)*Rt          64mg •अमलकी  (Emblica officinalis)#Fr       32mg •हरीतकी   (Terminalia chebula)#fr.r.   32mg •विभीतकी (Terminalia belerica)#fr.r    32mg •आरग्वधा  (Cassia fistula)#fr.               32mg •कंचनारा   (Bauhinia varieg...

पतंजलि दिव्य मेदोहर वटी क़े फायदे और नुकसान /Divya Medohar Vati Benefits And Side-Effects

Patanjali Medicine for Weight Loss  आज कल ऐसा समय आ गया ही की वजन बढ़ना आम हो गया है, अगर देखा जाये तोह लगभग 10 मे से 7 लोग मोटापे से परेशान है, किसी का वजन बढ़ रहा है, किसी का तोंद निकल रहा है, अगर मोटापा और वजन बढ़ने क़े कारण की बात की जाये तोह ऐसे मे इसका कारण है, आज क़े समय क़े रहन सहन खान पान का तरीका और नियमित व्याम या कोई शर्म नहीं करते है,  सब लाइफ इतनी बिजी हो गयी की लोग अपने खान पान पर ध्यान नहीं दे पाते या देना ही नहीं चाहते जिसमे से सबसे ज्यादा नुकसान दायक है, बाहर का खाना बाहर का तला हुवा खाने का सेवन करने से पाचनशक्ति बिगड़ जाती है, कई सारे पेट सम्बंधित समस्याएं होने लगती है, बाहर का भोजन करने से हमें आवस्यकता से कही ज्यादा कैलोरी हम कहाँ लेते है, जो की बाद मे फैट मे बदल जाता है, जिस कारण शरीर मे चर्बी जमा होने लगती है, चर्बी और मोटापा ज्यादा बढ़ना यानि कई सारे गंभीर रोग को निमंत्रण देना मोटापा बढ़ने से मधुमेह रक्तचाप फैटी लिवर थाइरोइड कमर दर्द  आदि कई तरह की गंभीर रोग होने का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे मे वजन या मोटापा कम करना बहुत आवस्यक हो जाता है, मोटापा को कम किया जा ...