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फ़रवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गाजर क़े औसधिए गुड़ वा फायदे और खाने का तरीका

गाजर का वानास्पतिक नाम Daucus carota Linn. Subsp. sativus  गाजर का जब भी नाम आता है, ऐसे मे गाजर का हलवा का स्वाद याद आता है, गाजर सिर्फ खाने मे स्वादिस्ट ही नहीं बल्कि आयुर्वेद मे इसे एक दवा क़े रूप मे इस्तेमाल किया जाता है, गाजर कई प्रकार क़े होते है, लाल पीली काली आदि प्रकार क़े होते है, गाजर का स्वाद हल्का कड़वा मीठा होता है, गाजर को ज़्यदातर लोग सलाद मे खाते है, सब्जियाँ बनाने  मे भी उपयोग मे लाते है, गाजर से अचार और मुरब्बा भी बनता है.  गाजर मे कौन सा विटामिन पाया जाता है?  गाजर क़े जूस मे विटामिन A, C, B, D, E, k पाया जाता है, गाजर मे अधिक मात्रा मे विटामिन A पाया जाता है.  गाजर  क़े  औसधिए गुड़?  गाजर मे फैट की मात्रा बहुत कम होती है, लेकिन इसमें पौष्टिक तत्व बहुत पाये जाते है, गाजर मे सोडियम विटामिन प्रोटीन a, d, c, b6 जैसी कई विटामिन पाये जाते है, गाजर पेट दर्द पित बनने जैसे समस्या मे लाभ दिलाता है.  गाजर खाने क़े फायदे /Benefits  गाजर खाने क़े फायदे की अगर बात हम करते है, गाजर कोई बीमारी को ठीक करने मे सहयक होता है,  बल्कि बीमारी न...

पतंजलि कोरोनिल किट क़े फायदे वा नुकसान और सेवन करने का तरीका

  पतंजलि करोनिल किट का फायदे क़े बारे मे हम बात करते है, बाबा रामदेव ने दवा किया है, की दिव्य करोनिल किट का सेवन करने से जो लोग क्रोनावायरस                            Buy  Now  से पॉजिटिव पाए गए है वह लोग  4 - 7 दिन क़े अंदर निगेटिव हो गए है, बाबा रामदेव ने अपने ट्रायल मे बतया है, दिव्य करोनिल किट से 100 मरीजों पे ट्रायल किया था, जो की 7 दिन भीतर 100% निगेटिव पाए गए बाबा रामदेव ने (, (Divya Coronil kit ), क्रोना किट को 535 रुपया क़े मूल्य पर बाजार मे लॉन्च किया था जिसपर आयुष मत्रालय ने रोक लगा दिया था, मतलब यह की आयुष मत्रालय ने यह कहा था की आप यह दवा बेच सकते हो लेकिन क्रोनो की दवा कह कर नहीं बेच सकते, लेकिन उसके बाद भी बाबा रामदेव की दवा करोनिल किट ने 450करोड़  का बिज़नेस  किया  Return of cronil kit /करोनिल किट दुबारा  बाबा रामदेव की क्रोनिल किट फिर से चर्चा का विषय बन गया है, बाबा रामदेव ने इस बार क्रोनिल किट को आयुष मत्रालय द्वारा पास करा लिया है, उनके पास क्रोनिल किट क़े जांच क़े ...

Ayurvedic medicine for milk secretion to mother of newborn/माँ का दूध बढ़ाने क़े लिए आयुर्वेदिक दवा

  नवजात बच्चे को माँ का दूध संजीवनी का काम करता है, माँ का दूध बच्चे को पोषण और ताकत प्रदान करता है, जन्म  से लेकर 6 माह तक माँ का दूध नवजात बच्चे क़े लिए सर्वोच्च मना गया है.  हर  महिला का सपना होता है, माँ बनने का जिसके लिए वह  असहनीय दर्द भी बर्दास्त कर लेती है, इस  दर्द का अहसास  हर  महिला  करना  चाहती है, महिलाओं मे गर्भावस्था  क़े  दौरान  उनके मन मे  बच्चे को लेकर कई सवाल उठते  रहते है,  उनमे से उनको यह  डर  जरूर रहता है की वह  अपने  नवजात बच्चे  को ठीक स्त्नपान  करा  पाए गी या  नहीं  और  कुछ महिलाओं मे प्रसव क़े दौरान  कुछ समस्या  हो  जाती है, जिससे उनको पर्याप्त  मात्रा मे दूध नहीं बन पाता है, आज  sabkasehat इसी  बात  पर चर्चा  करेगा  दूध कम बनने का संकेत?  शिशु  को  दूध  पर्याप्त मात्रा मे नहीं मिल रहा है? दूध  कम  बन रहा है, जानिए इसके  लक्षण  • बच्चा पहले जितना समय अस...

Who is author vrikshayurveda Book of Ayurveda? वृक्षायुर्वेद की रचना किसने किया था और वर्तमान समय मे इसका क्या परिणाम है?

Who is author vrikshayurveda Book of Ayurveda? वृक्षायुर्वेद  संस्कृत का एक ग्रन्थ है, जिसका रचना सुरपाल जी ने किया था आज से लगभग हजारों सालो पहले की गयी थी वृक्षायुर्वेद की पाण्डुलिपि डॉ वाल यान नेने ने सन 1996 मे ऑक्सफ़ोर्ड क़े पुस्तकालय से प्राप्त डॉ नलिनी साधले ने इसका अनुवाद अंग्रेजी मे किया था पाण्डुलिपि की भाषा प्राचीन देवनागरी मे थी, जिसमे कई सारे श्लोक और पौधे क़े विशेषताए पौधों का ख्याल कैसे रखा जाये  इस पुस्तक मे सुरपाल द्वारा जमीन की रेख देख पौधे को लगाने का तरीका देख रेख खाद्य और पोषण आतंरिक और बाहरी रूप से पौधों की रक्षा करना बताया है. सुरपाल  जी द्वारा  दिए गए नुस्खे से जिस पेड़ को मेडिकल साइंस के रसायन नहीं ठीक कर पाया वह पेड़ को  वृक्षायुर्वेद  क़े  नुस्खे से ठीक किया गया था, सुरपाल जी की रचना वृक्षायुर्वेद मे पेड़ पौधों क़े रोगों को पंचामृत द्वारा ठीक करने का नुस्खा बताया गया है, पंचामृत मतलब दूध, दही, घी, गोबर, और मूत्र से ठीक किया जा सकता है,पेड़ पौधे हमारे जीवन क़े लिए एक  हमारे जीवन क़े लिए वरदान है, पेड़ हमें जीवित रखने क़े लिए ऑक्सीजन प...

आयुर्वेद क्या है? भारतीय आयुर्वेद का इतिहास और आयुर्वेद क़े प्रमुख ग्रन्थ और चिकत्सा

भारतीय आयुर्विज्ञान  भारतीय आयुर्वेद (Indian Ayurveda ) आयुर्वेद  दुनिया की प्राचीन चिकित्सा  है, आयुर्वेद का मतलब अर्थ है, आयुर्वेद (आयु:+वेद =आयुर्वेद ) आयुर्वेद का मतलब है, जीवन ज्ञान आयुर्वेद ने रोग को तीन  दोष  मे बाटा है, (वात -पित -और-कफ ) मे जब समदोष आता है, तब रोग को ठीक मना जाता है, सम्पूर्ण आयुर्वेद चिकत्सा क़े आठ अंग है, जो इस प्रकार से है. कायचिकित्सा, शल्यतन्त्र, शालक्यतन्त्र, कौमारभृत्य, अगदतन्त्र, भूतविद्या, रसायनतन्त्र और वाजीकरण आयुर्वेद किसे कहते है? और आयुर्वेद क़े लाभ  आयुर्वेद वाह है, जो शास्त्र जीवन विज्ञानं  स्वास्थ्य रोग व्यक्ति  ज्ञान  कराता है, उसे आयुर्वेद कहते है. आयुर्वेद क़े लाभ  •आयुर्वेदिक चिकित्सा से रोगी का मानसिक और शारीरिक दशा दोनों मे परिवर्तन होता है,  •आयुर्वेदिक औषधि प्राकिर्तिक है, यह जड़ी -बूटी पौधों और फूलो मे पाया जाता, अधिकांश रूप मे आयुर्वेद का कोई side effect देखने को नहीं मिलता है, आयुर्वेद लम्बे समय से चलने वाली बीमारी को लाइलाज बीमारी को भी आयुर्वेद से ठीक किया गया है, और आयुर्वेद केवल ...

अश्वगंधा खाने क़े बेहतरीन फायदे, नुकसान और खाने का तरीका /Ashwgandha health benifits

अश्वगंधा को प्राचीन  समय  से  पुरे दुनिया  मे  खाया जाता है, अश्वगंधा को औषधि का राजा कहा जाता है, इसके बहुत सारे फायदे है, अश्वगंधा का पौधा लगभग 30-75 सेमी  होता है,   अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम (Withania Somnifera ) है,  इसका उपयोग और मात्रा  मरीज और  रोग  को देखकर  किया  जाता है, वैसे तोह  अश्वगंधा क़े बहुत सारे फायदे  है, लेकिन अगर सही मात्रा मे सेवन ना किया जाये तोह यह आपके लिए नुकसानदायक  भी साबित हो सकता है, इसका ज्यादा उपज चीन और नेपाल मे होता है, मुख्य  रूप से यह भारत क़े सूखे इलाकों मे होता है जैसे - पंजाब राजस्थान वा गुजरात आदि.. Sabkasehat इस  आर्टिकल  मे आपको अश्वगंधा क़े फायदे नुकसान वा सेवन करने क़े तरीके क़े बारे मे  बातएगा  अश्वगंधा क्या है? इन हिंदी  अश्वगंधा को अश्वगंध भी कहा जाता है, अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम (withania somnifera ) है, अश्वगंधा का पुरे दुनिया मे 12 तरह क़े प्रजाति पायी जाती है, भारत मे सिर्फ 2 प्रकार की ही प्रजाति पायी जाती है, भारत मे अश्वगंधा ...

कड़ी पत्ता खाने क़े 7 बेहतरीन फायदे / Curry patta khane ke fayde in hindi

कड़ी  पत्ता  को  मीठा  नीम  भी  कहा  जाता  है,  वैसे  तोह  इसका  उपयोग  पकवानो  का  स्वाद  बढ़ाने  क़े  लिए  किया  जाता  है,   जैसे  सांभर  से  लेकर  कड़ी  बनाने  मे  इसका  ज्यादा उपयोग  किया  जाता  है, लेकिन  क्या  आपको  पता  है, कड़ी पत्ता  मे  एंटी बैक्टीरियल  एंटीऑक्सीडेंट  गुड़  पाए  जाते  है और  कड़ी  पत्ते  मे  विटामिन A, C, D, E पाया जाता है .   कड़ी  पत्ता  क़े  औसधिए  गुड़  क़े  बारे  मे  चलिए  हम  जानते  है,  कड़ी  पत्ता  खाने  क़े  फायदे  क़े  बारे  मे    कड़ी पत्ता  से मधुमेह नियंत्रित करे -Curry Leaves benefit in Diabetes patient  कड़ी  पत्ता  मे  एंटी  डीबेटिक  गुड़  पाए  जाते  है, जो आ...